विद्युत आवेश क्या है वैद्युत आवेश की परिभाषा electric charge in hindi—
Electric charge defination: लगभग 600 ईसा पूर्व यूनानी वैज्ञानिक Thales ने ज्ञात किया कि Amber नामक पदार्थ को उनसे लगने पर उसमें कागज के छोटे-छोटे टुकड़े को आकर्षित करने का गुण आ जाता है पदार्थों में अन्य हल्के पदार्थों को अपनी ओर आकर्षित करने के यह गुण घर्षण के कारण आता है पदार्थों में इस गुण के आ जाने से पदार्थ आवेशित कहलाता है | पदार्थ की इस विशेष गुण को आवेश (charge) कहा जाता है .
आवेशों के प्रकार Types of charges :
आवेशों को दो भागों में बांटा गया है धन आवेश तथा ऋण आवेश, आवेश को निम्न प्रकार से समझा जा सकता है|
कांच की छड़ को जब रेशम के कपड़े से रगड़ा जाता है तो कांच की छड़ पर धन आवेश तथा रेशम के कपड़े पर ऋण आवेश आ जाता है|
वह गुण जो दोनों प्रकार के आवेसों में भेद करता है आवेश की ध्रुवता कहलाती है|
"समान प्रकृति के आवेश एक दूसरे को प्रतिकर्षित करते हैं तथा विपरीत प्रकृति के आवेश एक दूसरे को आकर्षित करते हैं"|
आवेश का क्वांटमीकरण quantization क्या है (quantization of electric charge)
किसी वस्तु पर आवेश की मात्रा इलेक्ट्रॉन पर आवेश की मात्रा के पूर्ण गुणज के रूप में ही व्यक्त की जाती है आवेश की क्वांटमीकरण सिद्धांत के अनुसार "किसी वस्तु पर आवेश इलेक्ट्रॉन पर आवेश का पूर्ण गुणज होता है"|
इलेक्ट्रॉन पर आवेश की मात्रा 1.6×10^-19 C होती है.
विद्युत आवेश का संरक्षण Conservation of charge
आवेश संरक्षण के अनुसार आवेश को ना तो उत्पन्न किया जा सकता है और ना ही नष्ट किया जा सकता है इसे आवेश संरक्षण का सिद्धांत कहते हैं
निष्कर्ष conclution —
यहां हमने जाना कि विद्युत आवेश क्या होता है विद्युत आवेश की परिभाषा तथा आवेश के प्रकार तथा आवेश की क्वांटमीकरण सिद्धांत साथ साथ हमने जाना विद्युत आवेश का संरक्षण अगर आपको यह पोस्ट पसंद आई हो तो आप इसे सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करें|
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