आखिर क्या होती है विद्युत चुंबकीय तरंगें और यह तरंगे हमारे जीवन को किस तरह से प्रभावित करती हैं तो जानते हैं विद्युत चुंबकीय तरंगें क्या है what is elecromagnetic waves और यह कैसे काम करती है|
विद्युत चुंबकीय तरंगें क्या है what is elecromagnetic waves/
विद्युत चुंबकीय तरंगें, विद्युत तथा चुंबकीय क्षेत्रों की दोलनो द्वारा उत्पन्न होने वाली अनुप्रस्थ तरंगे हैं इन तरंगों के लिए माध्यम की आवश्यकता नहीं होती यह तरंगे निर्वात में भी संचिरत हो सकती हैं इन तरंगों की wavelength 10^–14meter — 10^4meter तक होती है.|विद्युत चुंबकीय तरंगों के गुण:-
अब हम जान चुके हैं कि विद्युत तरंगें क्या है और इनकी वेवलेंथ कहां से कहां तक होती है जानते हैं विद्युत चुंबकीय तरंग के प्रमुख गुण—
1.वैद्युत चुंबकीय तरंगे अनुप्रस्थ होती है |
2.यह तरंगे प्रकाश के वेग से गति करती हैं|
3.विद्युत चुंबकीय तरंगें उदासीन प्रकृति की होती हैं तथा इनके पास वेग ऊर्जा तथा संवेग होता है|
4.इन तरंगों का अस्तित्व वैद्युत तथा चुंबकीय क्षेत्रों के दोलनो द्वारा होता है|
5. मानव की आंखें विद्युत चुंबकीय विकिरण के जिस भाग के प्रति संवेदनशील होती हैं उसे दृश्य प्रकाश कहा जाता है
और दृश्य प्रकाश की wavelength 4000Å—8000Å तक होती है|
प्रमुख विद्युत चुंबकीय तरंगों के प्रकार:-
वैद्युत चुंबकीय तरंगें मुख्य सात सात प्रकार की होती हैं जो निम्नलिखित हैं_
गामा किरण:–
एक्स किरणें:–
गामा किरण:–
गामा किरणों की खोज सबसे पहले बैकुरल ने की इन तरंगोंं का दैधर्य परिसर: 10^-14m से 10^-10m तक कथा आवृत्ति परिसर Hz: 10^20 से 10^18 तक होती है
गामा किरणों का उपयोग उपयोग नाभिकीय अभिक्रिया जहाजों तथा रेडियोधर्मिता में किया जाता है क्योंकि इन किरणों की भेदन क्षमता बहुत अधिक होती है|
एक्स किरणें:–
एक्स किरणों की खोज सबसे पहले रोंजन ने की थी इन तरंगों का दैधर्य परिसर: 10^-10m से 10^-8m तक तथा आवृत्ति परिसर Hz: 10^18 से 10^16 तक होता है एक्स किरणों का उपयोग औद्योगिक तथा चिकित्सा क्षेत्र में किया जाता है|
पराबैंगनी किरणें:-
पराबैंगनी किरणों की खोज सबसे पहले रिटर ने की तथा इन किरणों का दैधर्य; परिसर: 10^-8m से 10^-7m तक तथा आवृत्ति परिसर Hz: 10^16 से 10^14 तक होता है पराबैंगनी किरणों का उपयोग बैक्टीरिया को नष्ट करने में ,प्रकाश-वैद्युत प्रभाव को उतपन्न करने मैं किया जाता है|
दृश्य विकिरण:-
दृश्य किरणों की खोज न्यूटन द्वारा की गई थी इन तरंगों का दैधर्य परिसर: 3.9 x 10^-7m से7.8 x10^-7m तक तथा आवृत्ति परिसर Hz:10^14 से 10^12 तक होता है और इनके कारण से ही हमें वस्तुएं दिखाई देती हैं|
अवरक्त विकिरण:-
अवरक्त किरणों के खोजकर्ता हरशैल थे इन तरंगों का दैधर्य परिसर: 7.8 x 10^-7m से 10^-3m तक एवं आवृत्ति परिसर Hz: 10^12 से 10^10तक होता है अवरक्त किरणों का उपयोग फोटोग्राफी करने तथा रोगियों की सिकाई के लिए होता है |
लघु रेडियो तरंगें:-
इन तरंगों की खोज सबसे पहले हेनरिक हर्ट्ज़ ने की थी तथा इन तरंगों का दैधर्य परिसर: 10^-3m से 1m तक तथा आवृत्ति परिसर Hz: 10^10 से 10^8 तक होता है, लघु रेडियो तरंगों का उपयोग रेडियो, टेलीविजन और टेलीफोन मैं किया जाता है|
दीर्घ रेडियो तरंगें:-
दीर्घ रेडियो तरंगों की खोज मारकोनी ने की थी तथा इन तरंगों का दैधर्य परिसर: 1 m से 10^4 m तक एवं आवृत्ति परिसर Hz: 10^6 से 10^4 तक होता है इन किरणों का उपयोग रेडियो एवं टेलीविजन में किया जाता है|
★Shortcut trick to learn electromegnatics waves name_
Trick — Rahul's mother is visiting uncle xavier's garden
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आशा करता हूं कि आप समझ गए होंगे कि विद्युत चुंबकीय तरंगें electromagnetc waves क्या है विद्युत चुंबकीय तरंगों की क्या properties गुण है और उनके प्रकार and how electromagnetc waves works. अगर आपको इलेक्ट्रोमैग्नेटिक वेव से संबंधित कोई प्रश्नन है तो आप नीचे कमेंट कर सकते हैंं हम आपका प्रश्न का जवाब जरूर देंगे|
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